अहसासों के काफिलों में धड़कने पड़ी होती हैं मोहब्बत की छत पर रूमानियत खड़ी होती है मज़हब के नाम पर एक-दूजे को मारने वालों मज़हब से कहीं ज्यादा इंसानियत बड़ी होती हैं Arun Vyas - AV