हर फलक आज झुक जाएंगे , तुम से वादा आज हम करके जाएंगे , की तुम हर शाम में मेरी कुछ इस तरह शामिल हो जैसे इस जिस्म में तुम सांस ,जिसे हम लेते जायेंगे ! हमारी जिंदगी में तुम बस याद मत बनाना , तुम करिब ही रहना , नहीं तो मर ही जाएंगे तू वो चिराग ही रहना , हमारी शाम सुहानी हो , तू बस यु आग मत बनना , परवाने ,हम यु ही बच जायेंगे !