उन चंद लम्हों में जिंदगी गुजर जाती तो अच्छा था मेरी होकर सिर्फ मेरी ही हो जाती तो अच्छा था एक दूसरे में ही अपनी दुनियाँ बसाते तो अच्छा था इस दुनियां को अपने बीच न ही लाते तो अच्छा था उन चंद लम्हों में जिंदगी गुजर जाती तो अच्छा था मेरी होकर सिर्फ मेरी ही हो जाती तो अच्छा था एक दूसरे में ही अपनी दुनियाँ बसाते तो अच्छा था इस दुनियां को अपने बीच न ही लाते तो अच्छा था