Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best राहत_साहब Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best राहत_साहब Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about

  • 8 Followers
  • 7 Stories
    PopularLatestVideo

जीवा गुरू

mute video

Bhai Jaan

ये कौन जा रहा है मेरा शहर छोड़ कर,

आँखों ने रख दिया है समंदर निचोड़ कर!

#राहत_साहब






@bazme sufi' #CupOfHappiness

rahulpandey

हमको भी चैन की नींद आएगी एक रोज़,, एक दिन हम भी ज़मीन ओढ़ के सोएंगे #राहत_साहब #RIPRahatIndori

read more
हमको भी चैन की नींद आएगी एक रोज़,,

एक दिन हम भी ज़मीन ओढ़ के सोएंगे

#राहत_साहब हमको भी चैन की नींद आएगी एक रोज़,,

एक दिन हम भी ज़मीन ओढ़ के सोएंगे
#राहत_साहब

#RIPRahatIndori

Abhishek Srivastava

We Miss you Rahat Indori Ji 😢🙏 #राहत_साहब

read more
शेर का सूना चमन कुछ और ख़ाली हो गया
हाए ! कैसे शख्स से हिंदुस्तान ख़ाली हो गया !

कैसी कैसी रौनकें थी उस के इक इक शेर में
इक ज़माना गुम हुआ इक दौर ख़ाली हो गया !

#राहत_साहब We Miss you Rahat Indori Ji 😢🙏

kavirajupkashi

जितने अपने थे सब पराये थे, 
हम हवा को गले लगाये थे..😎
#राहत_साहब #International_Ask_A_Question_Day

ख़ाकसार

एक अरसे बाद वो मुझसे मुख़ातिब हुई तो कहने लगी... वफ़ा को आज़माना चाहिए था, हमारा दिल दुखाना चाहिए था आना न आना मेरी मर्ज़ी है, तुमको तो बुलाना चाहिए था। हमारी ख्वाहिश एक घर की थी, उसे सारा ज़माना चाहिए था मेरी आँखें कहाँ नाम हुई थीं, समुन्दर को बहाना चाहिए था। और मैं जवाब में बस इतना ही कह पाया कि #Poetry #शेर #ग़ज़ल #ख़ाकसार #राहत_साहब #मतला

read more
                     एक अरसे बाद वो मुझसे मुख़ातिब हुई तो कहने लगी...

वफ़ा को आज़माना चाहिए था, हमारा दिल दुखाना चाहिए था
आना न आना मेरी मर्ज़ी है, तुमको तो बुलाना चाहिए था।
हमारी ख्वाहिश एक घर की थी, उसे सारा ज़माना चाहिए था
मेरी आँखें कहाँ नाम हुई थीं, समुन्दर को बहाना चाहिए था।

                 और मैं जवाब में बस इतना ही कह पाया कि
                                    क्या जरूरी है तुमसे कभी मुलाकात भी हो,
                                    तुमसे मिलने की तमन्ना है यही काफी है।
                                    लाओ मैं तुमको समंदर के इलाके लिख दूं
                                    मेरे हिस्से में ये कतरा है, यही काफ़ी है।
राहत साहब ।। ख़ाकसार एक अरसे बाद वो मुझसे मुख़ातिब हुई तो कहने लगी...

वफ़ा को आज़माना चाहिए था, हमारा दिल दुखाना चाहिए था
आना न आना मेरी मर्ज़ी है, तुमको तो बुलाना चाहिए था।
हमारी ख्वाहिश एक घर की थी, उसे सारा ज़माना चाहिए था
मेरी आँखें कहाँ नाम हुई थीं, समुन्दर को बहाना चाहिए था।

          और मैं जवाब में बस इतना ही कह पाया कि


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile