पर्यटन वो जहाँ साधन हो , तीर्थ वो जहाँ साधना हो l पर्यटन वो जहाँ भोग हो , तीर्थ वो जहाँ योग हो l पर्यटन वो जहाँ मोह माया का आकर्षण हो, तीर्थ वो जंहा पाप अहिंसा का विकर्षण हो l पर्यटन वो जहाँ भोग विलास मुखर हो, तीर्थ वो जहाँ सत्य अहिंसा शिखर हो l #सम्मेदशिखर_बचाओ ©Kavi Kapil Gupta #mahavir_Jayanti #dESHIPOETRY