हे महावीर बली फिर से गदा हाथ धरो लेके अवतार तूं असुरों का संहार करो हम जहाँ देखे वहाँ रावण हीं रावण है है कोई शूर्पणखा कोई अहिरावण है हाय पापी से अभय आज ये संसार करो लेके अवतार तूं असुरों का संहार करो एक सीता हीं नहीं चीख-चीख रोती है जाने कितने हीं यहाँ रोज लूटी जाती है ख़त्म दुनियाँ से प्रभु ये अत्याचार करो लेके अवतार तूं असुरों का संहार करो आज लंका में पुनः आग लगाना है तुम्हें राम-लक्ष्मण ओ विभीषण को बचाना है तुम्हें मेरी विनती ये प्रभु आज तूं स्वीकार करो लेके अवतार तूं असुरों का संहार करो - ललित रंग✍🏻 ©Lalit Mishra #महावीरजयंती #Hanuman