गुनाह गुनाह मैने क्या किया की तूने मुझको भूला दिया मेने सबको छोड़ा तेरी खातिर पर तुने मुझको दगा दिया क्या तुने सब कुछ भुला दिया मेरी शायरी आपकी ड़ायरी का गुनाह