जाना सुन,
क्या याद है तुझे हमारा वो खत लिखने का सिलसिला
एक खत तेरे और से और एक खत मेरे और से
शायद ये खत बदलने का राबता कभी रुकता ही नहीं
काश ये खामोशी भरे लफ्ज़ कभी खत्म होते ही नहीं
बेनाम-ए-खत में हमारा दिल का पता था
चाहे हो कितने दूर, वो हम दोनो से जुड़ा था #Happiness#letters#ulfat#loveletter#duriyaan#tillnow