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धन एसा आवरण है जो बुरे से बुरे व्यक्ति की बुराईयों

धन एसा आवरण है जो बुरे से बुरे व्यक्ति की बुराईयों को छुपा लेती है।

धन आने के बाद:-

अज्ञानी             =                   ज्ञानी
नालायक          =                   लायक

धन न होने पर बिल्कुल विपरीत होता है ।

वर्तमान समय में ,समाज के अधिकांश लोग एसा ही मानते हैं।  #thirdquote #money #power #society #thoughts #thoughtoftheday #societytruth
धन एसा आवरण है जो बुरे से बुरे व्यक्ति की बुराईयों को छुपा लेती है।

धन आने के बाद:-

अज्ञानी             =                   ज्ञानी
नालायक          =                   लायक

धन न होने पर बिल्कुल विपरीत होता है ।

वर्तमान समय में ,समाज के अधिकांश लोग एसा ही मानते हैं।  #thirdquote #money #power #society #thoughts #thoughtoftheday #societytruth