हर्फ़-ए-शिकायत है तुम्हारी मेरी हाल-ए-दिल नही सुनते अब कैसे समझाऊं तुम्हे .... हम दर्द में कुछ यूं ढल जाते रातें खुली आँखों से गुजरती अपनो की एहसास-ए-दर्द में हां गुनहगार हुँ मैं तुम्हारी नजरों में एक तुम हो ....... जो मेरी गुनाह को दिल से नही लगाती एक हम हैं........ जो शिकायत करते नही अघाते #yqbaba #yqdidi #yqdidi #तुमसा_नही_देखा #sorrybyheart #justathought