खुशियों से भरा मन अचानक, खुशियों से भरा मन अचानक बचपन की उन यादों के साथ वो आसमान में उडना पहाडों पे चढना सपनों में ही सही वो शैतानों से लढना ! वो दोस्त वो गलियाँ वो दिवाली की फुलझडीयाँ वो दादा दादी की कहानीयाँ वो मस्तीवाली स्कूल की छुट्टीयाँ वो कभी हसाती कभी रूलाती जब आती थी चिठ्ठीयाँ ! खुशियों से भरा मन अचानक बचपन की उन यादों के साथ ! -Santosh Laxman Jadhav. #बचपन