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कवि : अटल बिहारी वाजपयी See caption जब

कवि : अटल बिहारी वाजपयी











See caption  जब मन में हो मौज बहारों की
चमकाएँ चमक सितारों की,
जब ख़ुशियों के शुभ घेरे हों
तन्हाई  में  भी  मेले  हों,
आनंद की आभा होती है 
उस रोज़ 'दिवाली' होती है ।

 जब प्रेम के दीपक जलते हों
कवि : अटल बिहारी वाजपयी











See caption  जब मन में हो मौज बहारों की
चमकाएँ चमक सितारों की,
जब ख़ुशियों के शुभ घेरे हों
तन्हाई  में  भी  मेले  हों,
आनंद की आभा होती है 
उस रोज़ 'दिवाली' होती है ।

 जब प्रेम के दीपक जलते हों
poonamsuyal2290

Poonam Suyal

Bronze Star
Growing Creator

जब मन में हो मौज बहारों की चमकाएँ चमक सितारों की, जब ख़ुशियों के शुभ घेरे हों तन्हाई में भी मेले हों, आनंद की आभा होती है उस रोज़ 'दिवाली' होती है । जब प्रेम के दीपक जलते हों