जितना तड़पे है, हुस्न की परी के लिए, तर गए होते, गर उससे आधा भी तड़पे होते, श्री हरि के लिए। #हरिबोल #हरे_कृष्ण #सुप्रभात #सुविचार #हिंदी #जीवनमंत्र #thoughtoftheday