तमाम डाकघर प्रेम से चलते रहे और कचहरियां नफ़रत से, हैरत तो तब हुई, जब डाकघर कम होते गए, और कचहरियां बढ़ती चली गई.. .. ©Ashtvinayak #nojohindi ##hindi खूबसूरत दो लाइन शायरी