शाख कहने लगे हैं परिंदों से अब, बैठ जाओ यहीं अब के जाना नहीं। अकेलेपन से हर किसी को डर लगता है। अक्सर किसी न किसी की ज़रूरत महसूस हो ही जाती है। ~ इकराश़ #शेर_ए_इकराश़ #YqBaba #YqDidi #इकराश़नामा #शाख