ज़िन्दगी कि हर - एक तलाश अधुरी है जिसने खुद को परखा लिया वह पुरी है 'चाहते' सबकी बिन जले दीए अंधेरी है अरमानों में 'ढलना' सबकी मजबूरी है उतावले हो रहे हैं जो लोग उनसे दुरी है शिखर चढ़ते वे जो करते मेहनत पुरी है ©अनुषी का पिटारा.. #atittude #अनुषी_का_पिटारा