रित मोहे जोरि ले कान्हा, मोहे मीत से प्रीत धुन तोहे बंसी जइसँ लागन मोहे, मोहे मीत तोहे से आशा राखन, तू कान्हा मोहे रित कवा दे। अकबर जन्माष्ठमी मुबारक