इन जंजीरो को तोडकर रुख हवा का मोडकर चल रहे है देखो हम एक नई दिशा की ओर रोक ना सके ये जालीम जमाना हमे चाहे कोई भी जोर लगा ले जीत होगी हमारी ये खुद से वादा आज करते है हम अब रुकना नही झुकना नही बस चलते रेहेना है अब एक आशा के किरण के साथ हमे अपनी मंजिल को पाना है ©dhanashri kaje #Motivatinal