प्रिये दादा जी मेरे दादाजी, मेरी पहचान मेरे दादाजी एक महान सख्शियत मेरे दादाजी एक महान लेखक मेरे दादाजी हिंदी के ज्ञाता मेरे दादाजी संस्कृत में पारंगत मेरे दादाजी उर्दू को बख़ूबी जानने वाले मेरे दादाजी मेरी पहचान मेरे दादाजी .... हा दादाजी की वजह से ही मैं मेरे नाम के आगेN.H.S.लिखता हूं यही एक कारण है मेरे दादाजी