कल मुझे राहा में चांद मेरा मिला दुधिया दूधिया ये बदन हो गया थोड़ा मैंने कहा थोड़ा उसने कहा हल्का हल्का सा दोनों का मन हो गया फिर अचानक ही ठंडी हवाएं चलती जो पानी बरसने का संकेत था कितनी बारिश हुई कुछ पाता ना चला इतना तन का ये झुलसा हुआ रेत था कौन वर्षा था और कौन भीगा बहुत पियासे अध्रो का बस आचमन हो गए मुदातो से जो कालिया खिली ही नहीं पांखुरी खुल अब मुस्कराने लगी देखकर बबुलो के घर रोना दे नगफनिया मेहेदी रचाने लगी शख भी झुक गई सांस भी रुक गई इतना मदहोश मेरा चमन हो गया बात ही बात में सांझ होने लगी रातरानी की कुछ टेहनिया हिल गई हाथ जैसे ही बढ़ाया मैंने इस शहर की सब बतिया जल गई ढेर से सपने है नींद आती नहीं मेरी पलकों पे कितना बजन हो गया कल मुझे राहा में चांद मेरा मिला दुधिया दूधिया ये बदन हो गया थोड़ा मैंने कहा थोड़ा उसने कहा हल्का हल्का सा दोनों का मन हो गया फिर अचानक ही ठंडी हवाएं चलती जो पानी बरसने का संकेत था कितनी बारिश हुई कुछ पाता ना चला