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मनुष्य जीवित परमात्मा का मंदिर होता है जिसमें हमे

मनुष्य जीवित परमात्मा का मंदिर होता है
 जिसमें हमें परमात्मा को खोजना और पाना है देवता भी मनुष्य शरीर पाने के लिए तरसते हैं क्योंकि प्रभु भक्ति केवल मनुष्य जीवन 
में ही हो सकती है... - संत तुकाराम

©VED PRAKASH 73
  #जीवन_धारा