मुसक रही है सजना मेरी, देखो रंग लगाय । देवर सब होली खेले हैं, भाभी घर घुसाय ।। जोगीरा सारारारा....................... पप्पू चले इटली को जैसे, कृति गऐ घबराय । आ चितो संग होली खेलें, पप्पू माय शर्माय ।। जोगीरा सारारारा...................... यूँ नतमस्तक लालू हो गए, देखो कैसे आज । सरपट कैसे भाग रहे हैं, योगी आ गिरिराज ।। जोगीरा सारारारा...................... -- रवि शंकर वत्स #Holi #holi #मुसक #भाभी #देवर #जोगीरा #love #poetry #पप्पू #इटली