कभी, कहीं, किसी बात में ग़र आए मेरा ज़िक्र, तो सोच लेना मुझे उस पल में, पर रोक लेना मुझे तुम अपनी आँखों में ही, कहीं चूम ना लूँ तुम्हें उस पल में अश्कों के बहाने मत बहा देना मुझे, कि कुछ और पल जीना चाहती हूँ मैं तेरी तड़पन बनके ~drg 10/366 Photo credits: monsieur_arefin instagram handle #ज़िक्र #अश्क #दर्द #writingresolution #366days366quotes #yqdidi #yqbaba #drglove