न कर तू इश्क, इश्क़ ए उलफत में गमों का दरिया बहता है, हमदर्द नहीं यहां दर्द मिलता है। न कर तू इश्क, इश्क़ ए उलफत में गमों का दरिया बहता है, हमदर्द नहीं यहां दर्द मिलता है। #दर्द #इश्क#ए#उलफत