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कल मुस्कराहट तुम्हारी आज मेरी देखो जितनी उजली सुबह

कल मुस्कराहट तुम्हारी
आज मेरी
देखो जितनी उजली सुबह
उतनी ही है रात घनेरी
आओ लिखें मिल सपने निराले
संग - संग मुंदें नैनों के अंधेरे
संग - संग खुले नैनों के उजाले...!!!

©Vivek
  #मुस्कराहट