अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे... पर फिर से समेट कर खड़ा करने मत आना.... क्योंकि बार बार बिखर कर उठने के बाद, खुद को तन्हा अपाहिज सा पाती हुं अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे... पर फिर से समेट कर खड़ा करने मत आना.... क्योंकि बार बार बिखर कर उठने के बाद, खुद को तन्हा अपाहिज सा पाती हुं !!! बेटी होकर भी मैं अपने मां पापा का बेटा थी, फिर अचानक तुमसे रूहानी मोहब्बत हुई... अब आज कोई अस्तित्व ही नहीं रहा मेरा... खुद को वापस तो पा ही लूंगी मैं, पर तुम ये ख्याल रखना कि.. 💔 अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे...