फैज़ ऐ इश्क़ तो बोहतों ने किया होगा तुमसे शर्तों के वजूद पर कईं मरासिम निभाए होंगे कोई कितना भी दावा करे पुरे दिल से तुम्हे चाहने का एहसास ऐ आमोज़िश कभी न कभी ज़रूर सामने आये होंगे हर रिश्ता शायद शिद्दत से निभाने की कोशिश की तुम कहते हो की सबकी ख्वाहिश मुक्कमल करने पर पूरा ज़ोर दिया चलो क्यों न एक बार उससे भी प्यार करके देखो जिसे तुमसे कुछ नहीं चाहिए तुम्हारी मुस्कराहट के सिवा #nojoto #unconditionallove #gairmashrootmohabbat #justlove #lovepoetry