माँ अम्मी जब अपने खुन के कतरे को बाहों में उठाती हैं , इस जहां के सारें दर्द भूल जाती हैं । अम्मी जब अपने खून के कतरे को मुस्कुराता देखती हैं , वो तस्सली के दरिया में गोते लगाती हैं । अम्मी जब अपने ख़ून के कतरे का पेट भरा देखती हैं , उसके पेट में खुशी के दानें पहुंचते हैं । अम्मी जब ज़िगर के टुकड़े को खुश देखती हैं , वो सारी कायनात जीत लेती है । अम्मी जब ज़िगर के टुकड़े को सपने पूरे करते देखती हैं , वो अपने सपने जी रही होती हैं । अम्मी जब अपने खुन के कतरे को बाहों में उठाती हैं , इस जहां के सारें दर्द भूल जाती हैं । ©Anuradha Sharma #mother #love #mothersday #yqquotes #favourite #myworld #iloveyoumom #thoughts #माँ #Nojoto