किस बात पर गुरुर करता है इंसान अभी भी ...!! मिट्टी का पुतला है तू। हालत ए दर्द में बस घुल रहा जैसे पानी में मिट्टी...!!! किसी के लिए कुछ अच्छा कर रहा या सोच रहा है...!!! यही दुआओं को बटोर ले समय पड़ा है अभी भी ..!! साथ यही जायेगा रूह के तेरे मत सोच दुबारा तू...!!! अचानक का है ये खेल वक्त का शायद फिर सोचने का मौका भी न मिले..!!! बस यही एक पल है तेरा उसका इशारा समझ ले तू..!! मिट्टी के पुतले को पाने के लिए जिंदा हो कर भी लाश जैसा क्यू जीता है तू। रूहानियत की अहमियत की समझ खुदाई खिदमतगार बन उसका अधूरा काम पूरा कर दे तू। क्या तेरा क्या मेरा ।धर्म भाषा जाति और किस किस बहाने बट गया है तू। उसके पास तो सिर्फ रूह जाती है अभी भी समय है सुधर जा तू। #मिट्टीकापुतला #yqbaba #yqdidi #rest zone #aestheic thought