मेरी नज़रों से तुम भी, चांद का दीदार कर लो। हो सके तो मुझसे तुम भी, थोड़ा सा प्यार कर लो। बेख़ौफ़ जिये जा रहा हूं मै, चन्द कदम मेरे साथ चल लो। न जाने किस मोड़ पर, रह जाओ अकेले, जो वक़्त है "रसिक" संग, हस कर गुजार लो। मेरी नज़रों से...........! मेरी नज़रों से........!