Nojoto: Largest Storytelling Platform

राशते भी वोही है मंज़िल भी वोही है आप भी वोही हों

राशते भी वोही है मंज़िल भी वोही है
आप भी वोही हों और हम भी वोही है
क्या बदलाव आया है जों आप भी मगरुर हैं
और हम भी मगरूर हैं बात करना तों चाहते हैं
पर चुप रहने को आप भी मजबूर हैं और
हम भी मजबूर हैं हर एक साथ रहते थे
आब हम कियू एक दूसरे से दूर हैं
,,,,,,,,,,,,,,,,,
सुरेन्द्र लोहोट
12/02/2022

©surender kumar Sakshi Singh Sarika raj Meenu Gupta Meet pratibha Singh thakur
राशते भी वोही है मंज़िल भी वोही है
आप भी वोही हों और हम भी वोही है
क्या बदलाव आया है जों आप भी मगरुर हैं
और हम भी मगरूर हैं बात करना तों चाहते हैं
पर चुप रहने को आप भी मजबूर हैं और
हम भी मजबूर हैं हर एक साथ रहते थे
आब हम कियू एक दूसरे से दूर हैं
,,,,,,,,,,,,,,,,,
सुरेन्द्र लोहोट
12/02/2022

©surender kumar Sakshi Singh Sarika raj Meenu Gupta Meet pratibha Singh thakur