White ✍️कुछ यादों को ए वक्त धूल रहा है धीरे-धीरे, पिंजरे से परिंदा खुल रहा है धीरे-धीरे, हिचकियां पहले जैसी अब नहीं आ रही हमें, ऐसा लग रहा है कोई भूल रहा है धीरे-धीरे। ©Adv.Ranjeet Kumar #Sad_Status 'दर्द भरी शायरी'#sadshayri#hindishayri#Follow.. Ranjeet Kumar ✍️.. शायरी लव खूबसूरत दो लाइन शायरी शायरी हिंदी में शेरो शायरी