a-person-standing-on-a-beach-at-sunset इश्क करने की हद कहा तक है। मैं मर भी जाऊ अगर तो उसको फिकर कहा तक है।। जिसे फर्क तक नहीं पड़ता मेरे रूठ जाने से। फिर दूरियां ही बेहतर है इस फसाने से।। ©__JOURNEY 24 #SunSet शायरी हिंदी शायरी हिंदी में