हर रोज जिन्दगी से कहते हैं,जब तक हम ना चाहे तू हमें थकने मत देना,क्योंकि बस थोड़ी सी राह और है मंजिल की, फिर वैसे भी सुकून तो एक दिन तू ही मुझे देगी। बस एक मांग जिन्दगी से।