एक परिंदे की जिद है, एक मुर्दे से जिद है। मुर्दा जो है सो रहा, मुर्दा जो है थका हुआ। थका हुआ मालगुजारी से, थका हुआ जिंदगी की लम्बरदारी से। जिंदगी जो एक होड़ है, जिंदगी जो बेनतीजा दौड़ है। दौड़ जिसमें सब लगे है, दौड़ जिसमें अंत है। अंत जो सत्य है, अंत जो मौत है। मौत जो कि सत्य है, मौत जो कि शांती है। शांती किसी मौन की, शांती किसी मुर्दे की। मुर्दा जिससे जिद है, एक परिंदे की जिद है। #writersnetwork #hindiwriters #kavita #मुर्दा #inspirational #tarunvijभारतीय