आदमी रोता है तो कहा जाएगा आदमी को रोना शोभा नहीं देता आदमी जब रोता नहीं तो कहा जाएगा इतना पत्थर दिल कैसे हो सकता है आदमी..? आखिर आदमी करे भी तो क्या करे..? ये अवधारणा भी आदमी की ही बनाई गई होगी क्योंकि रोना स्त्रियों का अस्त्र बताया गया है कि वो रो कर अपनी बात मनवा लेती। अगर आदमी को रोने शोभा नहीं देता तो जन्म के तुरंत बाद उसके रोने की आवाज़ सुनने को हर कान क्यूँ उतावला होता है....? OPEN FOR COLLAB✨ #ATmensday • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.