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वह सुबह की तरह आती है। शाम की तरह रोज ढल जाती हैं।

वह सुबह की तरह आती है।
शाम की तरह रोज ढल जाती हैं।

छूं ले तो हर पल घबराती है।
न छूंवे तो खामोशी में रह जाती है।

माथा चूमे तो बाहों में सिमट जाती है।
कश्ती बन, इश्क़ के दरीया में बह जाती है।

कोमल हाथों से दिल की दीवारों को सहलाती है।
उसकी आंखें, सागर सी जज़्बातों की लहर बनाती है।

~~शिवानन्द #प्रेम #उसकीमोहब्बत
#romance #love
#lovequote #ishq
#yqbaba #yqdidi
वह सुबह की तरह आती है।
शाम की तरह रोज ढल जाती हैं।

छूं ले तो हर पल घबराती है।
न छूंवे तो खामोशी में रह जाती है।

माथा चूमे तो बाहों में सिमट जाती है।
कश्ती बन, इश्क़ के दरीया में बह जाती है।

कोमल हाथों से दिल की दीवारों को सहलाती है।
उसकी आंखें, सागर सी जज़्बातों की लहर बनाती है।

~~शिवानन्द #प्रेम #उसकीमोहब्बत
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