देखा उसको बहुत बार मैंने लेकिन छुप-छुप कर ही देखा था लजाती नज़रें मेरी,टकरा उसकी नज़रों से जब भी देखा उसकी नज़रों से बचकर देखा बढ़ जाती धड़कन उसके सामने आ जाने पर दूर कहीं उससे,दिल को अपने थाम कर देखा लड़खड़ाती जुबां आते ही अपने नज़दीक उसको चुप कर ज़ुबां को अपनी बस नज़रों-नज़रों में देखा देखा बहुत बार उसको,लेकिन छुप-छुप कर ही देखा Muनेश..Meरी✍️🌹 उसको देखना आसान कहाँ था इसलिए छुप-छुप के देखा। #छुपकेदेखा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi