तेरी मेरी यादो मे बस कुछ ही फासला है , क्यो तू पास होकर भी ,दूर-दूर सा है । तनहाइयाँ भी नही गुजरती अब तो तेरे बगेर , किस गुनाह का हुआ ये मुझपे असर है। राते तो कट जाती हैं तेरे बिना , मगर दिन में भी अब अंधेरा रेहता है। कट तो रही है जिंदगी ऐसे भी , पर जी केसे रहा हूँ पता नहीं चल रहा है। यूँ तो तेरे वादे याद करके खुद को तसल्ली दे लेता हूँ , मान भी लेता है ये दिल की हाँ तू बेकुसूर है। जान तो बहुत छोटी होती है , लेकिन बहार निकलने में बरसो लगा देती है। बस एक ऐहसान कर देना मुझ गेर पर , मेरा जनाजा निकले तब आ जाना मेरे दिल को लेने वरना ये जालिम दुनिया शरीर के साथ दिल भी जला देती है।। " DevU Raj " #Bejaan