मन की खिड़की खोल, सोए अरमानों को अब ज़रा जगने दो.. मुद्दत से बर्फ़ पड़ी ख़्वाहिशों पर, अब उनको धूप ज़रा लगने दो..! कब तक मायूसियों से राब्ता रखोगे, ख़ुशियों को अब ज़रा दस्तक देने दो.. धूप छाँव जैसी है ज़िंदगी, लगे ना कोई पहरा वक़्त के साथ ढ़लने दो.. सुप्रभात। सूरज ने द्वार अपने खोले, अब तू भी मन की खिड़की खोल। #मनकीखिड़की #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbaba #morningthoughts #motivation #inspiration #positivevibes Best YQ Hindi Quotes Best of YourQuote Poetry Best YQ Urdu Quotes