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व्हाट्सअप विश्वविद्यालय से बाहर आईये हजुर ! सोनभद

व्हाट्सअप विश्वविद्यालय से बाहर आईये हजुर !

सोनभद्र कि खदानों में 3350 टन नहीं, सिर्फ 160 किलो सोना : जीएसआई
dainikbhaskar.com  उदयपुर संस्करण, 23 फरवरी,  2020 ने अपने अखबार में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के सचिव एवं निदेशक डाॅ रोशन जैकब के हवाले से खबर छापी हैं कि उत्तर क्षेत्र ने सोना पहाडी क्षेत्र में 52806.25 टन अयस्क का आकलन किया जिसमें सोने कि मात्रा 3.03 ग्राम प्रति टन हैं ।
साथ ही जीएसआई ने मीडिया की सोन पहाडी और हर्दी क्षेत्र में 3350 टन सोना मौजुद होने के दावों कि खबरों का खंडन किया है ।
जीएसआई ने इस क्षेत्र में सोने कि मात्रा का पता लगाने का 20 वर्ष पहले 1998-99 और 1999-2000 के अभियान कि रिपोर्ट भी उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिजकर्म विभाग को दी गई थी।

मुल बात यह हैं कि हम कितने असंवेदनशील एवं अप्रमाणिक होते जा रहें हैं कि हम प्रमाणिक और अप्रमाणिक के मंथन किये बगैर  सोश्यल साईटस पर प्रसारित संदेशो और विडीयोज को सत्य मान लेते हैं ।
दोष हमारा ही हैं कि हमने अपने मंथन करने कि प्राकृतिक शक्ति को खो दिया हैं ।

जबकी समुद्र मंथन तो नित्य प्रति दिन हम जीवित दशा में करते रहते हैं । #Sonbhadra 
सम्पन्नता तो सभी सभी को अच्छी लगेगी हीं ।
व्हाट्सअप विश्वविद्यालय से बाहर आईये हजुर !

सोनभद्र कि खदानों में 3350 टन नहीं, सिर्फ 160 किलो सोना : जीएसआई
dainikbhaskar.com  उदयपुर संस्करण, 23 फरवरी,  2020 ने अपने अखबार में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के सचिव एवं निदेशक डाॅ रोशन जैकब के हवाले से खबर छापी हैं कि उत्तर क्षेत्र ने सोना पहाडी क्षेत्र में 52806.25 टन अयस्क का आकलन किया जिसमें सोने कि मात्रा 3.03 ग्राम प्रति टन हैं ।
साथ ही जीएसआई ने मीडिया की सोन पहाडी और हर्दी क्षेत्र में 3350 टन सोना मौजुद होने के दावों कि खबरों का खंडन किया है ।
जीएसआई ने इस क्षेत्र में सोने कि मात्रा का पता लगाने का 20 वर्ष पहले 1998-99 और 1999-2000 के अभियान कि रिपोर्ट भी उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिजकर्म विभाग को दी गई थी।

मुल बात यह हैं कि हम कितने असंवेदनशील एवं अप्रमाणिक होते जा रहें हैं कि हम प्रमाणिक और अप्रमाणिक के मंथन किये बगैर  सोश्यल साईटस पर प्रसारित संदेशो और विडीयोज को सत्य मान लेते हैं ।
दोष हमारा ही हैं कि हमने अपने मंथन करने कि प्राकृतिक शक्ति को खो दिया हैं ।

जबकी समुद्र मंथन तो नित्य प्रति दिन हम जीवित दशा में करते रहते हैं । #Sonbhadra 
सम्पन्नता तो सभी सभी को अच्छी लगेगी हीं ।