बेवजह के उसूलों में, ज़िन्दगी उलझी सी रहती है। दिल के जज़्बात जुबां, कब खुलके कहती है। खुशी के मुखौटे बिकते हैं हर चौराहे पर हाल पूछते हैं मगर जानने की चाहत किसको रहती है। हर कदम पर समझौतों ने ज़िन्दगी को बेज़ार कर दिया है। बेपरवाह जीने वालों को, दुनिया कब अच्छा कहती है। वक्त ज़रा खुद को भी देना ज़रूरी है ज़नाब ज़िन्दगी की जंग तो मौत तलक चलती रहती है। ©Jupiter and it's moon@प्रतिमा तिवारी दिखावे की दुनिया #ज़िन्दगी #ज़िंदगी #जीवन #जीवनअनुभव #जीवन_का_सत्य #Life #Life_experience #Life❤