पहचान बाप के नाम या कंपनी राजनेताओं चमचागिरी से सहानुभूति से अर्जित किया जा सकता है मगर वह काल्पनिक होता है ! असलियत तो वह है , जो अपने "कर्मयोग" से मिला हो ! ©sanjay mishra #Seating