Written by Harshita Dawar ✍️#Jazzbaat# उसको देखते जाओ। क्या क्या सोचते जाओ। क्या क्या होगा। कैसे कब कहा देखा ।कुछ समझ ना आया। ऐसा ना सोचा था ।ये मंजर भी आया। वो क्या से क्या दिखाएगा।कभी सोचा ना था। उसकी देखते जाओ। हम रिश्ते निभा रहे थे ।वो उकाट देखा रहे थे। हम दिल में उत्तार रहे थे।वो दिल से उत्तार रहे थे। हम प्यार निभा रहे थे। वो कड़वाहट बरसा रहे थे। उनको देखते जाओ। उनको क्या देखे अब हम देखा एंगे। बेरुखी तुमने की अब हम दिखा एंगे। प्यार का ये सिला दिया।अब हम बताएंगे। दर्द का एहसास हमे करवाया है।अब हम करवाएंगे। उसको देखते जाओ #देखतेजाओ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshita Dawar ✍️✍️#Jazzbaat# उसको देखते जाओ। क्या क्या सोचते जाओ। क्या क्या होगा। कैसे कब कहा देखा ।कुछ समझ ना आया।