ज़िन्दगी-मायाजाल ज़िन्दगी है काल, काल अपना जाल बिछाये बैठा मैं हूँ निर्भीक, क्योंकि माया-माल मैं लगाए बैठा काल मुझे डराए, मैं काल को चिढ़ाए बैठा मैं अपनी मौज में, काल नज़रे गड़ाए बैठा ज़िन्दगी बिछेद चक्रव्यूह, मैं उसमे सेंध लगाए बैठा मैं भी अपने हाल पे, माया-माल मेरे पास में ज़िन्दगी के जाल में उसको ही फसाये बैठा -Manas Raj Singh (Rudra🔥) ज़िन्दगी- मायाजाल #life is a #trap