तुम आए भी किसी गैर की बाहों में, फिर चिरागों को बुझाना पड़ा, बोझिल पलको से अश्क न रुके, सुर्ख आंखो को छुपाना पड़ा। ©AshuAkela #Shayari #poetry_addicts #Lohri