“इस्लाम मोहब्बत और अमन का पैग़ाम देता है अगर जंग से इस्लाम फैलाना होता तो मेरे मौला ए कायनात की ज़ुल्फेक़ार में इतनी ताक़त थी कि खुदा की इज्ज़त की कसम ताकयामत तक इंसान कि नस्ले मुसलमान ही पैदा होती” –ग़ज़ाली #Gül@@m é Àlì F@kéér Mú@vìy@ z@f@r g@z@lì