चलो सफ़र में दूर कहीं चला जाय! जिसकी ज़रूरत हो वक़्त पर बदला जाय! धूप में शोषण की जलने वालों की ख़ातिर; आज़ाद सुकूँ की शाम बनकर ढला जाय! #revolution #शोषण_से_मुक्ति #वक़्त_पर_बदलना