दरवाजा खोलते ही मुझे एक लैटर मिला और मैंने वह लैटर उठाकर खोला और पढ़ा, उसमें लिखा था कि मेरा और तुम्हारा अब कोई सम्बंध नहीं है, मैं जा रहीं हूँ तुम्हें हमेशा हमेशा के लिए छोड़कर, हो सके तो मुझे भूल जाना। ये शब्द थे मेरी होने वाली पत्नी के। शायद उसे लगा कि मेरा इतना भी अधिकार नहीं है की मैं उससे पूछ सकूँ की, मेरी क्या गलती रही कि तुम्हे मुझे छोड़कर जाना पड़ा। और यही सवाल मुझे आज भी परेशान करता रहता है, काश मैं जान पाता। मेरी ये कहानी आपको कैसी लगी comment कर के बताएं, और मुझे Follow कर के Support करें। ©Mr. Kumar #Adhurakhat #story #mrkumar Devendra Pratap Verma