को औरत लगती थी भली पिसती रही वो समाज में रहकर, अपनी खुद की मर्ज़ी उसकी कभी ना चली फिर आया बदलाव वो घूंघट की हद से, बाहर निकल गई जो भी था गलत हो रहा, अपनी हिम्मत से, उसने कर दिया सब सही ♥️ Challenge-751 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।